कॉमर्स में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते है। Commerce Subjects In Hindi
Commerce Subjects In Hindi :- दसवीं के पास होते ही बच्चों को अपना विषय स्वयं चयन करना होता है इस प्रक्रिया में उनके समक्ष मुख्य तौर पर तीन रास्ते दिए जाते है जिसमें विज्ञान, कला और कॉमर्स से आता है। अगर आप भी जिंदगी के उस मोड़ पर खड़े हैं जहां आपको अपने विषय का चयन करना है
और आप इस बारे में जानना चाहते है की कॉमर्स में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते है (Commerce Subjects In Hindi) तो आप बिल्कुल सही जगह पर है। आज के लेख में हम आपकी इसी जिज्ञासा का अंत करते हुए समझाएंगे कि कॉमर्स किस चीज की पढ़ाई है और आपको कौन-कौन सा विषय है इस कोर्स में पढ़ना पड़ेगा।
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आपको बता दें कि यह एक महत्वपूर्ण विषय है जिसका इस्तेमाल मुख्य तौर पर वित्तीय जानकारी पाने के लिए किया जाता है। इस कोर्स को करने से भविष्य में आपको किस तरह का लाभ हो सकता है इस संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए सभी सब्जेक्ट के बारे में भी बताने का प्रयास किया गया हैं।
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कॉमर्स किसे कहते है?
कॉमर्स एक किस्म की पढ़ाई है जिसे हिंदी में वाणिज्य कहते है। इस शब्द को मूल रूप से लगातार होने वाले क्रय और विक्रय को संबोधित करने के लिए किया जाता है। किसी भी सामान का या सर्विस का लेन देन और उस में इस्तेमाल होने वाले धन के हिसाब किताब का कार्य वाणिज्य में किया जाता है।
अगर कोई एक व्यक्ति किसी सामान को खरीदता है या बेचता है इस परिस्थिति को हम वाणिज्य से संबोधित नहीं करेंगे मगर जब यही कार्य बार-बार होने लगता है तो इस प्रणाली को वाणिज्य या कॉमर्स कहा जाता हैं।
वाणिज्य के अंदर किसी भी कार्य को करने के लिए एक से अधिक व्यक्ति का होना आवश्यक है क्योंकि जब दो लोगों के बीच किसी भी प्रक्रिया का लेन-देन होता है तो इसे हम वाणिज्य कहते है। दसवीं के बाद आपको इस तरह की पढ़ाई खासतौर पर करवाई जाती है।
ताकि आप व्यापार से संबंधित है या किसी भी सामान के लेन देना और क्रय विक्रय की चीजों को विस्तार पूर्वक समझ पाए और वित्तीय संबंधित क्षेत्रों में रुचि रखने वाले छात्र इस पढ़ाई के जरिए अपने आने वाले भविष्य का निर्माण अपनी रूचि के क्षेत्र में कर पाए।
कॉमर्स में आपको क्या पढ़ाया जाता है
जैसा कि हमने आपको कॉमर्स की परिभाषा को समझाते वक्त कहा चीजों के बीच होने वाले लेन देन है या किसी भी प्रकार के क्रय विक्रय की लगातार प्रक्रिया का वर्णन वाणिज्य शब्द से किया जाता है इससे यह बात निर्धारित होती है कि इस विषय में आपको क्रय, विक्रय, लेन-देन और वित्तीय संबंधित चीजों की जानकारी दी जाती हैं।
अगर आप एक ऐसे छात्र है या छात्रा है जिसे वित्तीय संबंधित चीज है अपनी और आकर्षित करती है और आप जानना चाहते हैं कि किसी समान का लेनदेन करते वक्त किस प्रकार का हिसाब किताब किया जाता है या किस तरीके से वित्तीय प्रणाली कार्य करती है तो आपको कॉमर्स विषय चुनना चाहिए।
इसमें आपको व्यापार का आधार समझाया जाता है विस्तार पूर्वक व्यापार के क्षेत्र में पढ़ाई करने के लिए आपको बिजनेस स्टडी चुनना चाहिए जिसकी अलग से पढ़ाई स्नातक में करवाई जाती है मगर दसवीं पास करने के बाद अगर आप वित्तीय संबंधित क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते है।
तो कॉमर्स या वाणिज्य को अवश्य चुने क्योंकि इस क्षेत्र में पढ़ाई करने पर आप यह समझ पाएंगे कि किसी व्यापार में लेनदेन या किसी वस्तु, सर्वेश का क्रय विक्रय किस हिसाब किताब से निश्चित किया जाता हैं।
कॉमर्स में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते है? (Commerce Subjects In Hindi)
बचपन से लेकर 10वीं तक इतिहास भूगोल गणित भौतिक जीव विज्ञान जैसे विभिन्न प्रकार के विषयों की पढ़ाई की है इस अध्ययन प्रणाली के अनुसार आप जानते है कि विज्ञान और कला में आपको क्या पढ़ाया जाएगा। मगर दसवीं पास करने के बाद आपके समक्ष एक तीसरा दरवाजा भी रहता है जिसे कॉमर्स या वाणिज्य कहते है
और बच्चे अक्सर कंफ्यूज हो जाते है कि आखिर कॉमर्स में उन्हें किस प्रकार की पढ़ाई करवाई जाएगी किस तरह के नए विषय तुम्हें देखने को मिलेंगे अगर आप भी इस तरह के प्रश्न में उलझे है तो नीचे आपको बताया गया है कि कॉमर्स वाणिज्य में किस तरह की पुस्तक आपको पड़नी होगी।
1. Accounts
कॉमर्स का यह एक महत्वपूर्ण पुस्तक है जिसमें आपको हिसाब किताब की प्रणाली के बारे में बताया जाएगा। इस सब्जेक्ट के अध्ययन के दौरान आप यह समझेंगे कि टैक्स या क्रय विक्रय में किस प्रकार हिसाब किताब किया जाता है अगर किसी व्यवसाय में किसी को डिस्काउंट दिया जाता है तो उससे संबंधित हिसाब किताब कैसे किया जाता है
या फिर सरकार या कोई भी अन्य निजी कार्य टैक्स किस प्रकार काटता है। सरल शब्दों में कह सकते हैं कि वित्तीय संबंधित किसी भी क्षेत्र में किए जाने वाले हिसाब किताब की विस्तार पूर्वक जानकारी आपको इस पुस्तक में दी जाएगी।
2. Business studies
इसे व्यवसाय अध्ययन की पढ़ाई कहते है अर्थात इस विषय में आपको बताया जाएगा कि किस प्रकार आप किसी व्यवसाय को समझ सकते है या किसी व्यवसाय को शुरू करने से पहले किन मुख्य बातों का ध्यान रखना चाहिए या किसी व्यवसाय को किस प्रकार आगे बढ़ाना चाहिए।
इस संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी आपको इस पुस्तक में दी जाएगी। अगर आप अपना कोई व्यापार शुरू करना चाहते हैं और उस व्यापार को बड़े स्तर पर लेकर जाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको इस पुस्तक में दी गई सभी जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ने की आवश्यकता है।
3. Entrepreneurship
यह आमतौर पर लोगों का एडीशनल सब्जेक्ट होता है मगर इसे आप मेन सब्जेक्ट भी रख सकते है। यह एक ऐसी पुस्तक है जो आपको एक कंपनी शुरू करने और उसके मालिक बनने तक के रास्ते को दिखाएगा। किस प्रकार आप अपनी स्वयं की एक कंपनी शुरू कर सकते है।
और इस प्रक्रिया में आपको किन मुख्य बातों का ध्यान रखना होगा या किस प्रकार कदम दर कदम आगे बढ़ सकते हैं इस बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी आपको इस पुस्तक में दी जाएगी जिसे पढ़ने के बाद आप अपने किसी भी व्यापार को जीरो से हीरो तक का सफर करवा सकते हैं।
4. Economics
जब आप इतना अधिक किसी व्यवसाय या व्यापार के बारे में अध्ययन करेंगे तो यह आवश्यक हो जाएगा कि आप अर्थ के बारे में भी अच्छी जानकारी रखें। अर्थ का अर्थ पैसा होता है जब आप इस क्षेत्र में अधिक जानकारी जानने चाहेंगे तो आपको अर्थ के बारे अर्थात पैसा के बारे में समझना भी आवश्यक है
पैसे के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए उसका इस्तेमाल किस प्रकार और किस क्षेत्र में किस तरीके से किया जाता है इस बारे में विस्तार पूर्वक अध्ययन करवाया जाता है जिसे हम अर्थशास्त्र का ज्ञान या अध्यन कहते हैं।
5. General Mathematics
जब आप इन सभी चीजों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी जानेंगे तब आपको कुछ हिसाब किताब भी करना होगा इस वजह से आप की पकड़ गणित पर भी अच्छी होनी चाहिए। आमतौर पर वाणिज्य का अध्ययन करते वक्त लोग सामान्य गणित को एडीशनल सब्जेक्ट के तौर पर रखते है।
मगर आप इसे मेन या मुख्य सब्जेक्ट भी बना सकते है। इस अध्ययन में आपको साधारण गणित सिखाया जाएगा ताकि आप व्यवसाय में होने वाले हिसाब किताब को बड़ी आसानी से कर पाए और बाकी सभी प्रकार के विषयों को पढ़ने में आपको तकलीफ ना हो।
कॉमर्स के ऑप्शनल सब्जेक्ट
जब भी आप किसी विषय के बारे में अध्ययन करते है तो आपको कुछ ऑप्शनल सब्जेक्ट का विकल्प भी दिया जाता है जिनके बारे में नीचे विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए कुछ ऑप्शनल सब्जेक्ट की सूची दी गई है आप अपनी सुविधा अनुसार उनमें से कोई भी ऑप्शनल सब्जेक्ट अपने स्कूल या कॉलेज के लिए चुन सकते हैं।
- गणित (maths)
- सूचना विज्ञान अभ्यास (informatics practice)
- कंप्यूटर विज्ञान (computer science)
- ललित कला (fine arts)
- गृह विज्ञान (home science)
- शारीरिक शिक्षा (physical education)
- मनोविज्ञान (psychology)
11वी जमात में कॉमर्स के सब्जेक्ट
जैसा कि हमने आपको बताया दसवीं पास करने के बाद आपके समक्ष कॉमर्स कला और विज्ञान चुनने के विकल्प रखे जाते है अगर आप 11वी में वाणिज्य चुनते है तो आपको किस प्रकार के विषयों को पढ़ना होगा इसके बारे में बताते हुए एक सूची दी गई है –
अकाउंटेंसी: 11वीं में एक मेन सब्जेक्ट के रूप में इस सब्जेक्ट को ट्रीट किया जाता है। इस सब्जेक्ट में आपको वित्तीय प्रणाली से संबंधित हिसाब किताब और ग्राफ जैसी चीजें बताई जाती है। यह कॉमर्स का मुख्य सब्जेक्ट है जिसे 11वीं में आपको लेना ही होगा।
अर्थशास्त्र: यह दूसरा सबसे महत्वपूर्ण किताब है जिसमें आपको यह समझाने का प्रयास किया जाएगा कि देशभर पर पैसा कहां से आता है और किस प्रकार विभिन्न वर्गों में विभाजित होता है कॉमर्स की पढ़ाई में यह भी एक मुख्य सब्जेक्ट है।
Business Studies: व्यवसायिक अध्ययन करने के लिए इस पुस्तक को रखा जाता है वाणिज्य का अर्थ होता है व्यवसाय और अर्थ के बारे में जानकारी एकत्रित करना अगर आप गाड़ी चला रहे हैं तो इस विषय को भी आपको पढ़ना ही होगा जिसमें आपको व्यवसाय और व्यापार के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी जाएगी।
एंटरप्रेन्योरशिप: यह एक मजेदार और मुख्य किताब है कई जगहों पर बच्चे इसे एडिशनल के रूप में भी लेते है तो अगर आप इस पुस्तक को ऑप्शनल विषय के तौर पर लेते है तो इस स्थान पर आप इंग्लिश ले सकते है। इस पुस्तक में आपको विस्तार पूर्वक जानकारी दिया जाता है कि किसी व्यापार को आप किस प्रकार शुरू कर सकते हैं और एक व्यापार शुरू करने का पूरा अध्यन करवाया जाता हैं।
ऊपर बताए गए विषयों के अलावा आपके समक्ष सभी ऑप्शनल विषय है और इंग्लिश का विषय भी आएगा जैसे आप अपनी सुविधा अनुसार चुन सकते है या हटा सकते है मगर ऊपर बताए गए जितने भी विषय है उन्हें आपको अपने वाणिज्य की पढ़ाई में रखना ही होगा यह मुख्य तौर पर आवश्यक हैं।
12वीं जमात में वाणिज्य के सब्जेक्ट
अगर आप 11वीं कक्षा पास कर लेते है और 12वीं में दाखिला होता है तो आपको बता दें आपके पुस्तक में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं होगा आप जिस पुस्तक को पढ़ रहे थे उसी पुस्तक को थोड़ा अधिक गहराई से आपको पढ़ना होगा आप का विषय नहीं बदलेगा केवल उसे पढ़ने की प्रक्रिया और उसके भाग बदल जाएंगे।
जैसा कि हम जानते है वाणिज्य में आपको अकाउंटेंसी, व्यवसायिक अध्ययन, इंट्रप्रनरशिप जैसे कुछ विषय के बारे में पढ़ाया जाता है। 12वीं में भी आपको यही विषय के बारे में बताया जाएगा साथ ही आप अपना ऑप्शनल विषय बदल सकते है। आपको 12वी में अंग्रेजी, गणित जैसे कुछ अन्य ऑप्शनल विषय देखने को मिलेंगे।
कॉमर्स में कौन सा कोर्स किया जाता है
जैसा कि हमने आपको बताया कॉमर्स में आपको बताया जाता है कि किस प्रकार आप अपना एक व्यापार शुरू कर सकते है साथ ही व्यापार से संबंधित सभी प्रकार के हिसाब किताब का भी विस्तार पूर्वक अध्ययन करवाया जाता हैं।
कॉमर्स में आपको वह कोर्स करवाया जाता है जिससे किसी व्यवसाय के बारे में समझ सके अगर आपको वित्तीय लेनदेन और व्यवसायिक जानकारी एकत्रित करना अच्छा लगता है तो आप कॉमर्स की पढ़ाई कर सकते है। 11वीं और 12वीं में कॉमर्स की पढ़ाई करने के बाद आप अपनी स्नातक की पढ़ाई के लिए बीबीए या बिकम चुन सकते हैं।
जब आप व्यवसायिक अध्ययन में स्नातक करते है तो इसे बीबीए कहा जाता है और जब आप कॉमर्स में पढ़ाई जाने वाली सभी विषयों के बारे में थोड़ा थोड़ा पढ़ते हुए आगे बढ़ना चाहते है तो इसे बीकॉम की पढ़ाई कहते है इस तरह के कोर्स आपको समाज में हो रहे क्रय विक्रय प्रणाली अर्थ प्रणाली और विभिन्न प्रकार के अन्य व्यवसाय क्षेत्रों का प्रचुर मात्रा में ज्ञान देता हैं।
कैरियर इन कॉमर्स
अगर आप वाणिज्य के बारे में अच्छे से समझ चुके है और यह जानना चाहते है कि इस पढ़ाई में आगे चलकर आप अपना भविष्य कैरियर कैसे बना सकते है तो नीचे कुछ ऐसे कार्य के बारे में बताया गया है जिसे खासतौर पर कॉमर्स या वाणिज्य पढ़ने वाले छात्र के लिए ही निर्माण किया गया हैं।
अगर वाणिज्य की पढ़ाई करते हैं तो नीचे बताए गए क्षेत्र में आपको अच्छी नौकरी मिल सकती हैं।
- चार्टर्ड अकाउंटेंसी (Chartered Accountancy)
- टैक्स इंस्पेक्टर (Tax Inspector )
- संचालन प्रबंधक (operation manager)
- मानव संसाधन विभाग (Human Resource department)
- लागत और प्रबंधन लेखांकन (cost and management accountant)
- आयकर अधिकारी (income tax department)
इसके अलावा आप किसी अन्य क्षेत्र में भी नौकरी कर सकते है मगर ऊपर बताई गई नौकरियों में खास तौर पर उस व्यक्ति की आवश्यकता होती है जिसे वाणिज्य का ज्ञान हो।
निष्कर्ष : –
दोस्तों आशा करता हूं आज का आर्टिकल “कॉमर्स में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते है (Commerce Subjects In Hindi)” आपको पसंद आया होगा। अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे सोशल मीडिया और अपने सभी दोस्तों के साथ शेयर करना न भूले।
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